आईवीएफ उपचार की सलाह मिलते ही सबसे पहला विचार जो मन में आता है वो है IVF में होने वाला खर्च | IVF की लागत सबसे बड़े कारणों में से एक है जिसके कारण लोग अन्य कम कारगर उपचार लेते रहते है | पहले से ही नि:संतानता के कारण मानसिक रूप से परेशान दंपत्ति इस उपचार के खर्च से भी परेशान हो जाते हैं | इस ब्लॉग के माध्यम से हम आपको वो सभी तरीके बताएँगे जिनसे आप सही तरीके से अपने IVF इलाज का खर्च कम कर सकते हैं, वो भी इलाज के परिणामों से समझौता किए बगैर |
परामर्श का खर्च कैसे कम करें?
अपने डॉक्टर से परामर्श के लिए व्यक्तिगत रूप से मिलने केवल अति आवश्यक स्थिति में ही जाएँ, टेलीफोन या ऑनलाइन कॉल का अधिक उपयोग करें |
यात्रा पर होने वाला खर्च आईवीएफ उपचार में नहीं गिना जाता, परंतु ये आपकी जेब पर भरी पड़ सकता है ।
- यदि आप किसी दूसरे शहर से यात्रा कर के अपने डॉक्टर से मिलने जाते हैं, तब यात्रा का उपरी खर्च भी आपको देना होता है|
- अगर आप नौकरीपेशा हैं, तो आपको उस दिन का अवकाश भी लेना होता है, जिसका भी आपके वेतन पर असर पड़ सकता है |
- ऐसे में आप अपने फर्टिलिटी डॉक्टर के साथ चर्चा कर के केवल सबसे महत्वपूर्ण दिनों पर ही व्यक्तिगत रूप से मिलने जाएं |
- आप अन्य छोटी-मोटी समस्याओं के लिए अपने डॉक्टर से टेलीफोनिक या ऑनलाइन सलाह भी ले सकते हैं । इससे आपका समय और पैसा दोनों की बचत होगी ।
जाँचों का खर्च कैसे कम करें?
अपने डॉक्टर से चर्चा कर केवल अति आवश्यक जाचें ही करवाएं |
- आमतौर पर नि: संतानता के इलाज की शुरुआत आपके स्वास्थ के बारे में पूर्ण जानकारी लेने के बाद कुछ ख़ास जांचों से होती है।
- आप पहले से की गई सभी जांचो और प्रक्रियाओं की रिपोर्ट अपने डॉक्टर को ज़रूर दिखाएं |
- इससे आपके डॉक्टर को आपकी स्थिति के बारे में एक उचित अनुमान लग जाएगा, और वे केवल उन जांचो की ही सलाह देंगे जो या तो पहले नहीं की गई थी, या जिनकी उस समय ही आवश्यकता है।
- आप अपने डॉक्टर की लिखी गई जांचो की ज़रुरत के बारे में भी उनसे सलाह ले सकते हैं|
- वे आपको सही तरीके से समझा पाएँगे की किस जांच से क्या पता चलता है और आपकी स्थिति में उसकी क्या अहमियत है |
आईवीएफ की दवाओं का खर्च कैसे कम करें?
आईवीएफ उपचार की लागत आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं एवं इंजेक्शन के कारण बढ़ जाती है। निम्नलिखित बातों को ध्यान में रख कर आप इलाज में इस्तमाल होने वाली दवाओं का खर्च कम कर सकते हैं:
- ऐसा आईवीएफ क्लिनिक चुनें जहां दवाओं का खर्च MRP पर बिलिंग के बजाय आईवीएफ पैकेज में शामिल हो: अपना आईवीएफ क्लिनिक चुनते समय, सुनिश्चित करें कि उपचार पैकेज में दवाओं की कीमत भी शामिल हो |
- यदि आपके क्लिनिक में दवाएं MRP पर बेची जाती हैं तो अन्य फार्मेसी से स्वयं मिलें और डिस्काउंट पर इंजेक्शन लेने का प्रयास करें: यदि आपके क्लिनिक द्वारा दवाएं एमआरपी के आधार पर बेची जाती हैं, तो उन्हें थोक आपूर्तिकर्ता से खरीदने का प्रयास करें। आप खुदरा विक्रेता को ढूंढने का भी प्रयास कर सकते हैं और अपनी दवाओं की खरीदारी पर छूट प्राप्त कर सकते हैं।
- दवा का प्रकार – रिकॉम्बिनेंट गोनाडोट्रोपिन बनाम एचएमजी: कुछ नि: संतानता क्लीनिक आईवीएफ चक्रों में एचएमजी की बजाय रिकॉम्बिनेंट गोनाडोट्रोपिन इंजेक्शन का उपयोग करते हैं। रिकॉम्बिनेंट गोनाडोट्रोपिन इंजेक्शन सामान्य एच एम जी की तुलना में काफी महंगे हैं और आपके उपचार का खर्च बढ़ा सकते हैं।
यह जानना महत्वपूर्ण है कि रिकॉम्बिनेंट गोनाडोट्रोपिन एच एम जी की तुलना में अधिक कारगर है ऐसा कोई वैज्ञानिक प्रमाण आज तक नहीं मिला है। एक अच्छी गुणवत्ता वाला अत्यधिक शुद्ध एच एम जी भी उतना ही कारगर है, और यह आपके उपचार की लगत को भी नहीं बढ़ता । आईवीएफ उपचार के दौरान अपने नि: संतानता विशेषज्ञ से इन बिंदुओं पर चर्चा अवश्य करें। इस विषय में और जानकारी लेने के लिए आप स्वयं भी कुछ वैज्ञानिक लेख पढ़ सकते हैं।
अधिक भ्रूण बनने की स्थिति में भ्रूण संग्रहण को चुनें ।
ज़रुरत पड़ने पर यह एक और नए IVF साईकल से ज्यादा किफायती विकल्प सिद्ध होगा |
आई वि ऍफ़ के इलाज मैं आम तौर पर एक से अधिक भ्रूण बन जाते हैं | कई बार केवल भ्रूण संग्रहण की लागत बचाने के लिए दम्पति एक से अधिक भ्रूणों को ट्रान्सफर करने की गुज़ारिश करते हैं | विट्रीफिकेशन की लागत बचाने की कोशिश करने के बजाये हर IVF साईकल में बने भ्रूणों को एक से अधिक FET साईकल में ट्रान्सफर करवाने का प्रयास करें | यह गर्भ धारण करने में अधिक सफलता देता है, साथ ही जुड़वाँ गर्भ धारण की समस्याओं से भी बचाव करता है |
- आई वी एफ इलाज के बारे में एक आम धारणा यह है कि अधिक भ्रूण स्थानांतरित करने से अधिक सफलता मिलती है।
- यदि आप एक ही भ्रूण को स्थानांतरित करते हैं, तब उस प्रयास के असफल होने पर आप अपने अतिरिक्त भ्रूण को क्रायोप्रिजर्व करके गर्भ धारण के अधिक अवसर प्राप्त कर सकते हैं।
- हालाँकि इसमें विट्रीफिकेशन का अतिरिक्त खर्च आता है, पर यदि फिर से आवश्यकता पड़ी, दो एक अन्य IVF साईकल के खर्च से कई गुना कम खर्च में आपका अतिरिक्त इलाज हो जाएगा |
- एक अतिरिक्त आई वि ऍफ़ करने की स्थिति में आपको दोबारा से पूरी प्रक्रिया से गुज़ारना होगा जिसमे दवाओं के इंजेक्शन, अतिरिक परामर्श, सोनोग्राफी और एक बार और अंडाशय से अंडे निकालने की प्रक्रिया से गुज़ारना पड़ेगा |
- एक अतिरिक्त आईवीएफ चक्र की लागत की तुलना में, भ्रूण के विट्रीफिकेशन की लागत न्यूनतम और अधिक प्रभावी है।
आई वी एफ के दौरान अनावश्यक अतिरिक्त प्रक्रियाओं से बचें |
सही जानकारी लें और केवल कारगर उपाय ही चुनें |
पीजीटी-ए या एन आई – पीजीटी जैसी अनावश्यक अतिरिक्त प्रक्रियाओं पर खर्च से बचें क्योंकि इन तकनीकों को केवल कुछ ही मामलों में ही किया जाना चाहिए। साथ ही इनसे इलाज का खर्च बहुत बढ़ जाता है।
- अनावश्यक भ्रूण परीक्षण के लिए अपने डॉक्टर पर दबाव न डालें |
- इन परीक्षणों को करने का निर्णय लेने से पहले अपने नि: संतानता विशेषज्ञ से इन पर चर्चा ज़रूर करें ।
- यदि आप इन जांचो को लेकर असमंजस में हैं, तो आप जेनेटिक काउंसेलर से परामर्श ले सकते हैं और समझ सकते हैं कि क्या पीजीटी आपके के लिए आवश्यक है।
- ये महंगी प्रक्रियाएं हैं और इनमे भ्रूण के लिए कुछ जोखिम भी होते हैं, इसलिए इनकी मांग करने से पहले सभी जानकारी प्राप्त कर लें ।
- यह समझने के लिए कि ऐसे परीक्षण वास्तव में कब सहायक होते हैं, आप वैज्ञानिक लेख भी पढ़ सकते हैं। भ्रूण की आनुवंशिक जांचें कब कराना चाहिए यह समझने के लिए कृपया इस ब्लॉग को पढ़ें।
आईविऍफ़ के इलाज में केवल वैज्ञानिक तौर पर प्रमाणित प्रक्रियाओं को ही चुनें |
बेहतर शुक्राणु के चयन के लिए माइक्रोफ्लुइडिक्स जैसे सहायक पदार्थों पर अतिरिक्त खर्च न करें |
माइक्रोफ्लुइडिक्स जैसे सहायक पदार्थों के उपयोग की सलाह कई आई वि ऍफ़ क्लिनिक देतें हैं | परंतु आप इन्हें चुनने से पहले यह जान लें की इस बात का कोई निर्णायक वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि वे गर्भ धारण करने में सहायक हैं ।
- कुछ आईवीएफ लैब शुक्राणु चयन तकनीकों जैसे माइक्रोफ्लुइड्स का उपयोग करने की सलाह देती हैं। ध्यान रहे की माइक्रोफ्लुइडिक्स जैसे सहायक पदार्थों के उपयोगिता की ज़रूरत आम तौर पर नहीं पड़ती एवं इस टेक्नोलॉजी के ज्यादा कारगर होने के कोई वैज्ञानिक प्रमाणिकता नहीं है, साथ ही ये आपके खर्च को भी बढ़ाते हैं |
- केवल उन्हीं आईवीएफ विकल्पों को चुनें जो वैज्ञानिक रूप से इलाज परिणामों को बेहतर करने के लिए मान्य हैं।
- इन तरीकों के बारे में पढ़ने से आपको सही विकल्प चुनने में मदद मिलेगी।
LAH या लेज़र हैचिंग की हमेशा आवश्यकता नहीं होती है।
इसे चुनने से पहले सही जानकारी ले लें |
- लेजर असिस्टेड हैचिंग या LAH एक और नई तकनीक है जिसे भ्रूण की बाहरी परत को लेज़र के ज़रिये हटाया जाता है ताकि उनकी स्थानांतरण की क्षमता अधिक हो जाए ।
- ध्यान रहे कि ऐसा कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है जो यह बताता हो कि यह प्रक्रिया आई वी एफ के परिणामों में कोई भी बढ़ावा करती है, इसलिए आमतौर पर इसकी सलाह नहीं दी जाती है।
- यह प्रक्रिया महंगी भी है इसलिए इससे आपके आईवीएफ उपचार की कीमत भी बढ़ जाएगी।
- अपने उपचार के बेहतर परिणामों के लिए केवल उन्हीं तकनीकों को चुनें जिनकी वैज्ञानिक प्रमाणिकता सिद्ध हो चुकी हो ।
- ऐसी किसी भी अन्य प्रक्रिया के लिए सहमति देने से पहले उनके बारे में पढ़ने का प्रयास करें|
अगला आईवीएफ कराने से पहले पिछले आईवीएफ की असफलता का कारण समझ लें ।
आईवीएफ फ़ैल हो जाने की स्थिति में अगली बार IVF प्रक्रिया शुरू करने स पहले पिछली बार की असफलता का कारण जाने की कोशिश ज़रूर करें | कई बार शुक्राणू या अंडो में ही कोई समस्या होती है, जिसका समाधान केवल उन्हें बदलकर नए शुक्राणू या अंडो का उपयोग करने से ही होता है |
- जिन दंपत्तियों का पिछला IVF असफल हो चुका है, उनके लिए दोबारा इलाज कराना और अतिरिक्त आईवीएफ चक्र का खर्च उठाना मुश्किल हो सकता है।
- यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि आप अपने नि: संतानता डॉक्टर से पिछले असफल IVF के सभी संभावित कारणों पर चर्चा करें।
- इससे अगली बार इलाज के समय उन बातों का ध्यान रखा जा सकेगा, साथ ही अन्य गैर ज़रूरी जांचो और प्रक्रयिओं से भी बचा जा सकेगा |
- कभी-कभी समस्या शुक्राणू या अंडो की गुणवत्ता में भी हो सकती है।
- ऐसे में ऐआरटी बैंक से शुक्राणू या अंडो को डोनर से लिए लिया जा सकता है |
- इससे अगले IVF में अच्छे परिणाम मिल सकते हैं |
यदि आपको IVF डोनर के अंडाणु से करवाने की सलाह दी गयी हो तो आप अपने रिश्तेदारों या दोस्तों को अंडे दान करने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं ।
इससे आपको एआरटी बैंक को अतिरिक्त कीमत नहीं देनी होगी |
- अंडाशय में अंडो की संख्या कम होने या अंडों की खराब गुणवत्ता की स्थिति में आपको आईवीएफ के लिए दाता के अंडों का उपयोग करने की सलाह दी जा सकती है।
- इससे आपके इलाज में अतिरिक्त कीमत जुड़ जाती है।
- ऐसे में आप अपने परिवार के सदस्यों या दोस्तों से अंडे दान करने की आग्रह सकते हैं।
- इससे आपको एआरटी बैंक को डोनर एग्स का अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा |
- इस विकल्प का चयन करने से पहले इससे होने वाले भावनात्मक, चिकित्सकीय और कानूनी प्रभावों को पूरी तरह जान लें |