डोनर एग या एग डोनेशन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें एक स्वस्थ महिला के अंडे को निःसंतान महिला के साथी पुरुष के शुक्रणुओं के साथ निषेचित कर IVF लैब में भ्रूण विकसित किया जाता है . समय आने पर इन विकसित भ्रूणों को निःसंतान महिला के गर्भाशय में प्रत्यारोपित (एम्ब्र्यो ट्रान्सफर ) किया जाता है।
महिलाओ को डोनर एग की जरुरत कब पड़ सकती है ?
इंदौर के बेस्ट इनफर्टिलिटी स्पेशलिस्ट बताते है, निःसंतान महिला को डोनर एग की जरुरत निम्न मामलो में पड़ सकती है, जैसे –
- अंडाशय में अंडे न होना या अंडो की कमी होना।
- अंडो की गुणवत्ता खराब होना।
- जेनेटिक या क्रोमोसोमल डिसऑर्डर होना।
- महिला में कोई अनुवांशिक बीमारी होना।
- महिला के पहले कई आईवीएफ प्रयास विफल होना।
- महिला में मेनोपॉस की वजह से अंडे न बनना।
- कोई एक्सीडेंटल या अन्य सर्जरी में महिला की ओवरीज़ को निकाल देना।
- यदि किसी महिला को कैंसर होने पर कीमोथेरपी दिया गया है और उससे पहले महिला के अंडे (एग) फ्रीज़ नहीं किये गए है तो इस मामले में भी महिला को डोनर एग की जरूरत पड़ सकती है।
इस तरह अंडाशय न होने पर भी महिलाएं डोनर एग प्रक्रिया के ज़रिए माँ बन सकती हैं l
एग डोनर कैसे चुने जाते है ?
IVF डोनर प्रक्रिया में निःसंतान दम्पति के रंग रूप, कद काठी, आँखों का रंग, बालो का रंग, ब्लड ग्रुप आदि शारीरिक मिलान कर एग डोनर प्रोफाइल चुने जाते है और ART बैंक से एग डोनर लिए जाते है।
एग डोनेशन / डोनर एग के साथ आईवीएफ – IVF प्रक्रिया कैसे की जाती है?
आईवीएफ साइकिल के दौरान सबसे पहले एग डोनेशन प्रक्रिया में, एग डोनर के अंडाशय को इंजेक्शन और दवाइयों से उत्तेजित किया जाता है ताकि उनके अंडाशय से IVF प्रक्रिया के माध्यम से अंडें निकाले जा सके। इसके बाद ओवम पिकअप (अंडाशय से अंडे निकालने की प्रक्रिया) के दिन, निःसंतान महिला के पति के शुक्राणुओं के साथ निषेचित किया जाता है और आईवीएफ लैब में भ्रूण बनाया जाता है।
इस चक्र के दौरान निःसंतान महिला के एंडोमेट्रियम (गर्भाशय की परत) को दवाइयों की सहायता से तैयार किया जाता है और उचित समय आने पर IVF लैब में तैयार किये गए भ्रूण को निःसंतान महिला के गर्भाशय में स्थानांतरित किया जाता है।
डोनर एग के साथ आईवीएफ ( IVF ) की सफलता दर कितनी होती है ?
डोनर एग के साथ आईवीएफ की सफलता दर 60 % से 70 % होती है। इसमें डोनेट किये गए अंडे कम उम्र की महिला के होते है इसलिए उनकी गुणवत्ता अच्छी होने की संभावना होती है इस वजह से इसकी सफलता दर अन्य IVF इलाज से ज्यादा होती है।
आईवीएफ में डोनर एग का कितना खर्च आता है ?
आईवीएफ में डोनर एग का खर्च सामान्य IVF इलाज में लगने वाले खर्च से थोड़ा ज्यादा होता है क्योकि इसमें ART बैंक से लिए गए एग डोनर का खर्च भी लगता है। इस इलाज में 1 लाख 75 हजार से 2 लाख तक खर्चा आ सकता है।
क्या मरीज के परिचित या रिश्तेदार एग डोनेट कर सकते है ? या एग डोनर बन सकते हैं ?
हाँ बिलकुल, निःसंतान महिला के कोई भी परिचित या रिश्तेदार एग डोनेट कर सकते है परन्तु ध्यान रहे डोनेट करने वाली महिला की उम्र 32 वर्ष से कम हो और उनके पहले से बच्चे हो चुके हो। इससे अंडो की गुणवत्ता अच्छी होने की सम्भावना बढ़ जाती है।
क्या कोई भी महिला एग डोनर बन सकती है ?
21 साल की उम्र से अधिक और 35 साल की उम्र से कम की कोई भी स्वस्थ महिला ART बैंक में अपने अंडे (एग) डोनेट कर, एग डोनर बन सकती है।